भ्रष्टाचार पर PHD करने वाले महा-भ्रष्ट अधिकारी श्री दीपक खंबित पर संसार के सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी को रिसर्च करने की आवश्यकता है। कैसे सरकार के नजरों में अच्छा बनकर पैसा कमाया जाता है।

Deepak Bhaskar Khambit
Addl. City Engineer MBMC
फंस जाने पर कैसे गुमराह कर जांच एजेंसियां से लेकर विभागीय अधिकारियों तक गुमराह किया जाता है यह कोई श्री खंबित से सीखना चाहिए। सन 1994 में मात्र2500 रुपए में 30 दिन आठ घंटे काम करने हेतु ठेका कर्मचारी ( डिप्लोमा होल्डर) से आज इस मिरा भयंदर शहर का सिटी इंजीनियर सभी को खुश रखते हुए बन गए है। जिनके पास आज भी डिप्लोमा ही है,
मौजा नवघर के 122D में श्मशान हेतु आरक्षित भूमि है इस आरक्षित भूमि पर बिना शासन से मंजूरी लिए बिना नियमों को तक पर रख कर बायो गैस प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। आपको जानता अत्यंत जरूरी है कि मिरा भाईंदर मनपा द्वारा कार्य आदेश क्रमांक M.B.M.C. MNP/PWD/WO/509/18-19 दिनांक 6/3/2019 को Designing,Providing, Constructing and Commissioning of 2Mt,5MT,10MT, 20MT, biogas based power generation plant at 8 Location in M.B.M.C.Area,with Operation,Maintenance and repairs for 5 years after Commissioning of plant. के तहत 33,38,04,400/ रुपए का ठेका M/s Guruji Infrastructure Pvt Ltd को दिया गया। यह वह कंपनी है जिसके मालिक श्री हैग्रीव गुरु उर्फ "नाना" है
जिनको हमेशा से मनपा मेहरबान रही है। इनकी सैनिक सिक्योरिटी के नाम से मनपा के सुरक्षा रक्षक का वर्षो तक राज्य रहा है, इसके अलावा ट्रैफिक वार्डन, गार्डन में कर्मचारी देने का ठेका, गुरुजी कंस्ट्रक्शन, कचरा उठाने में इनकी गाड़िया, पत्नी के नाम से मीणा कंसल्टेंसी जिसके तहत मनपा में अनेकों १२ इंजीनियरों की अवैध रूप से भर्तियां की गई, बाद में २०२० में सैनिक के नाम से ४६ जूनियर इंजीनियर की मनपा में अस्थाई ठेका पद्धति से अधिकारियों के रिश्तेदार तथा नेताओं के रिस्तेदारो को काम पर रखा गया। बाद में यह ठेका नासिक की कंपनी देव मामलेदार को दिया गया परंतु जु. इंजीनियर वही लोग आज भी मनपा की कमान संभाले हुए है। इसका कारण आप स्वयं समझ सकते है यह गुरुजी उर्फ नाना सभी का हिस्सा ईमानदारी से मनपा के द्वारा दिए गए कार्यों में कटौती की पूरा करते है। इनके कंपनी के ऊपर पुणे मनपा में द्वारा घोटाले के कारण FIR भी दर्ज हुआ, मनपा मिरा भयंदर में अनमिताओं के कारण भयंदर पश्चिम पुलिस स्टेशन में FIR no 066/2018 दर्ज हुआ था। बाद में मनपा से इनकी सुरक्षा कंपनी को निकाल दिया गया।
Hagriv Guru Urf "NANA"इस काम को तृतीय पक्ष से निरीक्षण भी मनपा पत्र क्रमांक MNP-PWD- 1300-2019- 20 dated 17/03/2020 constraction Work order MNP-PWD-509-2018- 19 dated 8/3/2019 के माध्यम से Wapcos Limited को दिया गया जिसका Ref WAP/TNA/MBMC/TPI/2024 के पत्र द्वारा निरीक्षण अव्हाल भेजा गया, इसके सूत्र धार का नाम बताने की अब आवश्यकता नहीं होगी। इसी तरह मनपा क्षेत्र में मौजे नवघर आरक्षण क्रमांक 122D, मौजे भयंदर आरक्षण क्रमांक 140, मौजे कनकिया आरक्षण क्रमांक 271,272,273, मौजे पेनकरपाड़ा 353,मौजे महांजनवाडी 368 व मिरा सि. स. क्र. 1723 से 1726 व इतर काशीमीरा सिरमिक्स तन्वी डेवलेपर्स ,काशीमीरा पुलिस स्टेशन के पीछे (Completion of civil work of primary and main digester) कुल काम 33,38,04,400 रुपए काम ईमानदारी से किया गया था।आप समझ चुके होंगे, 17 जून को हमारे द्वारा सूचना अधिकार के तहत बांधकाम विभाग से 122D में किए गये विकास कामों का विवरण ,आरक्षण के फेरबदलका शासन का मान्यता मांगी गई तो मनपा हरकत में आई।और हमे सूचना देने के आनाकानी लोक शाहीर अन्ना भाऊ साठे दलित बस्ती सुधारणा घोटाले की तरह आनाकानी करने लगी, आप को ज्ञात हो कि पूर्व में भी मनपा अधिकारी दीपक खंबित द्वारा निजी ठेकेदारों को संग्रमत कर फायदा पहुंचाने हेतु अनेकों बार पर्यावरण अधिनियम के तहत अनेकों FIR दर्ज है जिसके तहत वह आज भी जमानत में बाहर चल रहे है, माननीय ठाणे कोर्ट में दिए गए अपने आदेश के तहत इन्हें ठाणे जिले से बाहर ना जाने पर भी हलफनामा दाखिल है। अब मामले को गुमराह करने हेतु हर बार की तरह जैसे निर्मल एम एम आर शौचालय घोटाले में अपने काले कारनामों को छुपाने हेतु पुलिस काशीमीरा, उत्तन सागरी व भयंदर पुलिस स्टेशनों में खोटा FIR दर्ज करवाया था। BSUP घोटाले में संबंधित पुलिस स्टेशनों में हमारे हस्ताक्षर बनावट कर BSUP आवास आवंटित किए गए है ऐसा पत्र दिया था। इस बार भी जब इस बायो गैस पवार जनरेटर घोटाले में फसने की बारी आई तब तहसील दार कार्यालय से संगमत कर गुरुजी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी प्रा लि के नाम पर मामला दर्ज करवा दिया गया । जब कोई समाज सेवक इस घोटाले प्रकरण का खुलासा करेगा तब यह कह कर मामले को गुमराह कर दिया जाएगा कि इस संबंधित प्रकरण में न्यायालय में वाद प्रलम्बीत है जिससे खंबित की गले से फंदा हटा रहे, मै यहां यह कहना चाहूंगा और यह पूर्ण रूप से स्पष्ट होता है कि नवघर मौजा के श्मशान भूमि के पास मैंग्रोज भूमि से पेड़ काटकर बायो गैस प्रकल्प बनाया जा रहा था तब क्या बांधकाम विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी? क्या तहसीलदार कार्यालय FIR क्रमांक 0466/2024, 16 अगस्त 2024 को लिखवाने के पहले सोया हुआ था? क्या मनपा फील्ड बुक, एम बी बुक को मनपा कार्यालय में बैठ कर ही भरा जा रहा था ? Sectional इंजीनियर तथा डेप्युटी इंजीनियर श्री चेतन महात्रे तथा कार्यकारी इंजीनियर स्थान निरीक्षण पर नहीं जाते थे? तब किस आधार पर घनकचरा प्रकल्प विभाग द्वारा "प्रमाणपत्र" उप अभियंता व कार्यकारी अभियंता द्वारा दिया गया?
यह अब साफ हो जाता है कि कार्यकारी शहर अभियंता श्री दीपक खंबित के इशारे पर यह खेल - खेल कर इस बार गुरु घंटाल को बलि का बकरा जानबूच कर बनवाया गया है।अब देखना है कि मामले के तूल पकड़ने के बाद किस अधिकारी को माला पहनाया जाने वाला है। हमारी मनपा आयुक्त श्री काटकर से इस संपूर्ण प्रकरण की जांच होने तक ठेकेदार के बिल रोककर संपूर्ण प्रकरण की जांच करवाने की विनती है।
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